लेखनी कहानी -20-Sep-2023

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सिर पर रूढ़ियों का घोर वजन  मस्तिष्क में रिश्तों की उलझन  आंखों में अनगिनत सजते सपन  यही तो है भारतीय नारी जीवन । अधरों पे कंपकंपाती हुई व्यथा  सूखा कंठ कहता ...

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