अभिमान दैनिक लेखनी काब्य प्रतियोगिता -20-Sep-2023

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अभिमान हे नर तू क्यौ करता है, माया पर इतना अभिमान। माया से मिलता है जग में क्षणभर का ही सम्मान मन में निश्छलता रख छोड़ दे तू यह अभिमान। श्रेष्ठ ...

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