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बारिश ********* ये पर्वतों की हरीतिमा, दिखती बरखा की है झड़ी। ऐसे में उतरी है दिल में, इक ख्याल की लड़ी॥ बूंद बूंद झर रही है, भीगा सा है समां। भावनाओं ...