1 Part
132 times read
10 Liked
रेप एक लड़की कल बाजार में गुमसुम सी चुपचाप खड़ी थी आखों में डर चेहरे पे शर्म नजरें इकटक जमीं पे गढ़ी थीं।। जानबुझ कर या मजबूरी में चेहरा दुपट्टे से ...