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प्रतियोगिता हेतु रचना धरती और बादल ************** धरती ने बादलों से विनती की भइया तुम जल बरसाओ। बादल ने गरज कर आंख तरेरी बहना बस चुप हो जाओ।। मेरे पास तो ...