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सब कुछ होते हुए भी, कुछ तो छूटा था, कभी इन हसीन बहारों ने मुझे लूटा था। बैचेनी बदहवासी और आँसू थे "निक्क" उस रोज़ जब मेरा ये दिल टूटा था।। ...