काश दीपावली जैसा खुशियां हर दिन होती

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काश दीपावली जैसा खुशियां हर दिन होती प्रतीक्षा में बैठा हुआ निहार रहा हूं मैं प्रातः काल से ही अपने द्वार पर घर का एक कोना जहां रहती है खामोशी वहां ...

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