लेखनी कहानी -11-Nov-2023

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सीमा के शूरवीर हैं जंगल हो हिमखंड हो, तप तपिश प्रचंड हो। पर्वत शिखर या आसमां, निश्चय अडिग अखण्ड हो। दंगा कभी चुनाव में, आतंक के पड़ाव में। रुके नहीं थके ...

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