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द्वार खड़ी लक्ष्मी मैया, वंदन आरती सजाओ। हाथ में खन-खन रुपइया, मंगल आरती सुनाओ। भृगु पुत्री महालक्ष्मी रूपा, चराचर की माँ प्राण स्वरूपा, वैभव सुखदाई धन मैया, कर्ज से मुक्ति दिलाओ, ...