लेखनी कविता-17-Nov-2023

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अजब सी हो गई है आजकल हालत मेरी कि अब मैं लोगों के नाम ही भूल जाता हूं। मंजिल पर पहुंच कर बैठ जाता हूं ख़ामोश कि करना क्या था यह ...

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