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पवित्र रिश्ता है पवित्र रिश्ता यह मन का। सार यही है इस जीवन का।। जिस रिश्ते से बंधा हृदय है, सुर्ख फूल है वह उपवन का। नहीं मलिनता इसमें किंचित, यह ...