व्यथित मन लेखनी प्रतियोगिता -10-Dec-2023

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             व्यथित मन         सरला का आज अंग-अंग बहत दुख रहा था। वह अपने वदन को हिला डुला भी नहीं पारही थी। सरला का पति संतोष हर शाम को ठेके से ...

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