लेखनी प्रतियोगिता -13-Dec-2023 "ग़ज़ल"

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             ग़ज़ल आँखों और अश्कों ने मिल कर ये कैसा दर्द जगाया है।  अश्कों से पड़े फफोलों से तन मन को अंदर तक झुलसाया है।।  मेरी ...

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