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🌸वही शाम वही सवेरा🌸 बेखुदी की इन लम्हों के साथ, बीतता हुआ पलों का सिलसिला ! खामोश लफ्जों के थरथराहट में, छिपा हुआ अनगिनत एहसासों का सितम! कुछ हैरानी सी है ...