लालसा छंद (13-15)

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*लालसा छंद*(13/15)  राह नहीं होती सुगम, उसमें सुगमता लानी है। होता जीवन भी कठिन- यात्रा आनी-जानी है।। वही चढ़े गिरि पर सदा, जिसमें धैर्य खज़ाना है। जल में जब अँगुली पड़े- ...

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