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शीर्षक - बीतता साल ✍️✍️✍️✍️👍 उम्मीद से शुरु किया था, अब नउम्मीदी से ख़त्म कर रहे है कुछ रिश्ते, गिले शिकवे सब को अब दूर कर रहे है । सैकड़ो ख्वाव ...