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खिलौनेवाली बन-ठन सिर पर रखे टोकरी, चले बजाती वाद्य छोकरी। रंग-विरंगे बेच खिलौने, रही चलाती नैन कटारी। अनुपम-अद्भुत रूप निराला- पहने चूड़ी तंत्री बाला।। फल-यौवन से लदा विटप-तन, अधर सुधा-रस लबरेज़ ...