सजा ए इश्क

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पुर्णिका  _  सजा ए इश्क। मुझे तुमसे दिल लगाने को सजा तो मिलनी ही थी। पत्थर से सिर टकराने की सजा तो मिलनी ही थी । सहा तेरा हर जुल्म ओ ...

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