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दर्द की इंतेहा के मझदार में भी बन पाए मेरे साहिल नहीं हो तुम मेरे अश्क बहें तेरी खातिर बेतहाशा माफ़ करना इस काबिल नहीं हो तुम! नैनो में प्रेम पिपासा ...