चिंगारी

1 Part

140 times read

6 Liked

"चिंगारी" हैं रूप कई चिंगारी के तुम किसमे ढलना चाओगे... आग उगलना चाहोगे या रौशनी बनना चाहोगे... लगे आग तो नष्ट हो सब रौशनी हो तो हो आरंभ... ये तुमको ही ...

×