अन्न ही हूँ साब

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किसी को नसीब नही होता किसी के पैरों से रौंदा जाता  अन्न ही हूँ साब कभी कभी  कूड़ेदान से बीन  खाया जाता मुझे पैदा करने वाला खुद भूखे पेट है सोता ...

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