स्वप्न स्वप्न देखें बड़े बड़े, करें नही कुछ काम दोष देते भाग्य को, हंसते उनपर भगवान। स्वप्न भले ही देख लो, करो मगर पुरुषार्थ जब तक ना ताबीर हो, हर सपना ...

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