लेखनी कहानी -10-Feb-2024

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सदियो की आश को खास बनाकर , मन मे मैंने तेरा रूप बनाया है।. पगली समझ ना पायी किसी और आश मे. तु भूल गयी मुझे अपनो की बकवास में सादगी ...

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