पुरुष प्रधान समाज

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मेरी आज की कविता लड़को के विरोध में है परंतु यह हर लड़को के विरोध में नहीं है जो ऐसे होते है केवल उनके लिए है इसलिए अन्यथा ना ले।🙏 पुरुष ...

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