लेखनी कहानी -10-Feb-2024 कविता

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*तेरा रूप  निखरता जाए* मैं देखूं जब भी तुझको तेरा रूप निखरता जाए । मन मोहक हो गई हो  तुम्हें देख मेरा दिल ललचाए । पहली बार मिले थे तुम रुसवाई ...

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