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तेरा रूप!! प्रेम समर्पण सार्थक विश्वास है! इंसानियत का मूल दिल का सुकून है!! नज़दीकियों का आभास! घनिष्ठ रिश्ते का अहसास है! पवित्र-पावन भाव मोक्ष का परिष्कार है!! आत्म-परमात्म से एकाकार! ...