बसंत

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*बसंत* ज्ञान-ध्यान, प्रेम-प्रीत का, आया बसंत त्यौहार। वनदेवी संग सरस्वती का है संयुक्त आह्वान। नवांकुर ,नवपल्लव फूले नहीं समा रहे, शाख- शाख को बनाकर झूला, मस्ती में लहरा रहे। नन्ही जान ...

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