1 Part
207 times read
15 Liked
सुनहरी यादें उसकी याद मुझसे... कुछ इस तरह गुजरती है! जैसे पथिक की... कोई राह गुजरती है!! रजनी पहर शांत होते ही, हृदय गति की पूछो मत। मुख-चंद्र,अधर-उषा सम, है रति ...