लेखनी कहानी -21-Feb-2024

1 Part

190 times read

15 Liked

तेरी ही चाहत को, अपने मन में तलाशा है। भूल गया तेरी आहट को, जिसे अपना हमने बनाया दुर कर ऐ हुस्न परि! अपने मन के भ्रम को क्या कोई यु ...

×