1 Part
167 times read
15 Liked
हौसले हो बुलंद तो मुट्ठी में हर मुकाम है जमाने की सारी बेड़ियां तुम तोड़ दो अपना रिश्ता अब नई उम्मीद से जोड़ दो कुछ सवालों को बस सवाल ही रहने ...