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दैनिक काव्य प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक कविता ⚛️🕉️✡️☸️⚛️🕉️✡️☸️⚛️ " विश्वास है तुम पर भोलेनाथ " जब तुम हरदम मेरे साथ, सब कुछ ही है तेरे हाथ। करें कोई अरमानों पर कुठाराघात मैं ...