लेखनी कहानी -01-Mar-2024

1 Part

196 times read

10 Liked

 कभी मंदिर जाकर फूल चढ़ाया।  कभी चर्च जाकर 'गाॅड 'के आगे सिर झुकाया। मन ने कहीं चैन न पाया। मां की गोद में ही मैंने सुकून पाया। प्रतियोगिता हेतु संजना पोरवाल ...

×