गुणी जन (चौपाइयाँ)

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*गुणी जन*(चौपाइयाँ) सुख-दुख-साथी सज्जन होते। पावन सोच-बीज जग बोते।। होते ऐसे जन उपकारी। विमल चरित ये जन हितकारी।। सदा मदद हैं करते उसकी। नाव सिंधु में डगमग जिसकी।। चंदन इव शीतलता ...

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