बेटी की व्यथा-10-Mar-2024

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बेटी की आह ( शोषण और बलात्कार) कोई रोटियां हैं हम नहीं,हां बेटियां तेरी हैं हम नोंचते हों बोटियां ,आती नहीं है क्यों शरम।  बेटियां तेरी बनूं या, हूं किसी भी ...

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