खाली जेब़

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फट जाए जब जेब़ जिंदगी, कुछ सिक्के भी खो जाते हैं। छिप जाएं सब संगी-साथी, कुछ रिश्ते भी खो जाते हैं। आज वक्त का साथ नहीं है, भोर न हो ये ...

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