संसार

1 Part

112 times read

4 Liked

तेरी नापाक हरकतों से हम अनजान थोड़े ही हैं  सबकुछ देख कर भी ना समझें नादान थोड़े ही हैं फिर से  ठुकरा दो जैसे पिछली बार ठुकराया था  इस संसार मे ...

×