ईर्ष्या

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संयम और अनुशासन का, जहां होता है अभाव । निंदा,जलन और डाह का , वहीं होता प्रादुर्भाव। भाई भाई को लड़वा दे , सारी मर्यादा भुलवा दे। बीज बैर का मन ...

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