फाल्गुनी बयार

1 Part

114 times read

8 Liked

फाल्गुनी बयार है सुरभित, कुछ रिश्ते चलो संवार लें। नेह मिश्र रंगो के संग में, कड़वाहट मन की बिसार लें। नहीं गए भैया के घर भी, बीत गए कई सालों साल। ...

×