जीवन यात्रा

1 Part

211 times read

9 Liked

अंधियारी गहराती रातें, आशा दीप जलाए रखना। आएगी फिर भोर सुनहरी, हौसला तू बनाए रखना। पथरीली डग कांटे होंगे, मंजिल भी नजर न आए तो। राही घबरा कर मत रुकना, आगे ...

×