तुम मुझे धिधकार ती रहो मैं तुम्हें निहारती रहूंगी  जब तक पास नहीं आ जाती हो तब तक तुम्हें चिढ़ाती रहूंगी  तुम मुझे,,,,,,,,,,,,,, तुम हमारी हो  किसी और कि नहीं हमेशा ...

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