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गुरबत(ग़रीबी ) ज़माने में कितना रुलाती है गुरबत लोगों को हर पल सताती है गुरबत ठोकर पे ठोकर खिलाती है गुरबत अपनों को बेगाना बनाती है गुरबत ये गुरबत इज्जत से ...