इस चेहरे पर क्या शब्द लिखूं लेखनी नहीं चलती मेरी

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इस चेहरे पर क्या शब्द लिखूं लेखनी नहीं चलती मेरी। फिर भी लिखने की हिम्मत की तो सांस रुक गई थी मेरी।। इन पथराई आंखों में झांका गहरे सागर में डूब ...

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