ऐ राही (नज़्म) प्रतियोगिता हेतु-29-Apr-2024

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ऐ राही!(नज़्म) ऐ राही! सुन मेरी बात कभी न दुख से घबराना, संँभल- संँभल के पग तू धरना कंटक देख न डर जाना। यदि विकास है तुझको करना है पूरण की ...

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