मर्द की मोहब्बत पर कोई कलाम नही लिखते वो शायर कहाँ गए अब सलाम क्यूँ नही लिखते,, चलो दीवाना,,पागल,,आवारा मेरी जान ही कहदो,, सब कुछ मिसालें है मेरा ईमान क्यूँ नही ...

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