चाय

1 Part

76 times read

6 Liked

मंहगाई निश-दिन बढ़ी है।  दुगनी फिर चौगुनी बढ़ी है। दुग्ध जगह पर चाय हो गई। आज शानो-शौकत हो गई। अंग्रेज पहले चाय कहाँ। चाय का नामो निशान कहाँ। घर-घर में रहे ...

×