पर्यावरण गीत

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पर्यावरण गीत ******************* हे !तरुवर हे !महा विटप तुम ,स्वीकारो मेरा वंदन। तृण पौधे और लतिकाऐं, तुमको भी मेरा अभिनंदन।। प्राण वायु के अमिट कोष तुम,  औषधियों से भरे हुए। विहग ...

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