लेखनी

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शिकायत नहीं तुमसे कोई अब, चाहे कितना भी व्यस्त रहो तुम, कर ली है दोस्ती मैंने लेेेखनी  से। अकेले नहीं है अब, ढेरों शब्द साथ चलते हैं। दिल की कोठरी में ...

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