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*तपन* उजले मुख पर मुस्कान देखी दिल की तपन न दिखी किसी को, बोझा ढोते कांधों पर तन की कोमलता कहीं न दिखी। सास-ससुर की सेवा करती बाल-परिवार संभालती, दिन-दुपहरी पत्थर ...