लेखनी कविता -01-Jun-2024

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शीर्षक - गुमनाम गुमनाम जिंदगी जीते हैं। हैरान परेशान रहते हैं। सब कुछ बदल जाता हैं। बस गुमनाम हम बनते हैं। जीवन में नाम गुमनाम हैं। सच और हकीकत कहां हैं। ...

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