मन करता है(कविता) स्वैच्छिक प्रतियोगिता हेतु-02-Jun-2024

1 Part

84 times read

3 Liked

मन करता है स्वैच्छिक प्रतियोगिता हेतु मन करता है रोटी बनाकर, भूखे कि मैं भूख मिटाऊँ। ऊँच- नीच का भेद भूलाकर, मानवता का पाठ पढ़ाऊँ। मन करता है सत्कर्मों का, झोला ...

×